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शेल्टर न होने की वजह से हुई मजदूर की मौत, जिले के लगभग सभी माइंस और क्रेशरों की यही स्थिति।


गोपाल शर्मा 
झारखंड/ साहेबगंज @GopalSh93408187
   सरकार द्वारा माइंस और क्रेशर ओके संचालन हेतु तमाम सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता के आधार पर अनुमति प्रदान करती है। परंतु ऐसा देखा गया है की अनुमति प्राप्त क्रेशर और माइंस अपने निजी लाभ हेतु सुरक्षा के उपायों को ताक में रखकर खनिज संपदा का दोहन मात्र करने की मंशा रखते हैं। एक ऐसा ही घटना पतना अंचल के बोरना पहाड़ स्थित "शबनम स्टोन वर्क्स" क्रेशर में देखने को मिला जहां संचालक द्वारा मजदूरों के लिए सुरक्षा उपाय को ताख में रखकर अपनी निजी लाभ के लिए इतनी बड़ी संचालन व्यवस्था में एक भी शेल्टर नहीं बनाया गया। जिसके कारण वहां कार्य कर रहे मजदूर मौसम खराब होने पर उचित शेल्टर नहीं ले पाया और आकाशीय ठनका का शिकार हो जाने से दो मजदूरों की मौत हो गई।
जांच के क्रम खनन पदाधिकरी का बयान 

  घटना की खबर के बाद जिला प्रशासन उक्त घटनास्थल की जांच कर रही है मामले की जांच में पहुंचे जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार ने इस दौरान मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई करने की बात कही। इस क्रम में उन्होंने कहा कि संचालक द्वारा एनजीटी के नियमों का अनुपालन किए बिना माइंस का संचालन कर रही है उक्त माइंस में न ही बैंच बना है और नहीं काम करने वाले मजदूरों के सुरक्षा हेतु पर्याप्त शेल्टर।
घटना के बाद माइंस मैट का बयान


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