विश्व किडनी दिवस पर मालदा और हाइडा अस्पताल मे जागरूकता कार्यक्रम,,
समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में किडनी की महत्वपूर्ण भूमिका:डॉ. देबाशीष गुहा
सज्जन कुमार गर्ग
जमालपुर। विश्व किडनी दिवस (डब्ल्यूकेडी) इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी (आईएसएन) और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन्स (आईएफकेएफ) के सहयोगात्मक प्रयास से बर्ष 2006 में स्थापना के बाद से हर साल मनाया जाता है।मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. देबाशीष गुहा नेताओं कि विश्व किडनी दिवस समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में किडनी की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने और किडनी रोगों और संबंधित स्वास्थ्य जटिलताओं के प्रसार और प्रभाव को कम करने के लिए एक वैश्विक अभियान के रूप में कार्य करता है।आज 16 मार्च को ऑर्थोपेडिक अस्पताल, हावड़ा के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. देबाशीष गुहा के मार्गदर्शन में विश्व किडनी दिवस मनाया गया,उनहोने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि लगभग दस में से एक व्यक्ति क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) से पीड़ित है। विश्व किडनी दिवस 2024 का विषय "सभी के लिए किडनी स्वास्थ्य - देखभाल और इष्टतम दवा अभ्यास तक समान पहुंच को आगे बढ़ाना" है।मौक पर डॉ. वेंकटेश्वर पांडे, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, हावड़ा ने विश्व किडनी दिवस मनाने के महत्व पर जोर देते हुए एक संक्षिप्त विवरण के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने सीकेडी से पीड़ित दस लोगों में से एक के चिंताजनक आंकड़े को दोहराया। डॉ. आशीष कुमार भट्टाचार्य, वरिष्ठ सलाहकार, हावड़ा ने विभिन्न प्रकार की किडनी बीमारियों के साथ-साथ उनके निदान और उपचार पद्धतियों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने सीकेडी के खिलाफ निवारक उपायों के महत्व को रेखांकित किया।
हावड़ा के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय घोष ने मधुमेह और उच्च रक्तचाप को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की गंभीरता पर जोर दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने दर्द निवारक दवाओं के अंधाधुंध उपयोग के खिलाफ सलाह दी।वही 15 मार्च को मालदा मंडल अस्पताल में भी विश्व किडनी दिवस मनाया गया। डायलिसिस से संबंधित प्रश्नों को संबोधित करते हुए क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) के निदान और प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक सेमिनार आयोजित किया गया था। रेलवे के भीतर सीकेडी रोगियों के लिए दी जाने वाली विविध सुविधाओं पर चर्चा की गई। सेमिनार में एमएसआईसी मालदा, डॉक्टरों की एक टीम, पैरामेडिक्स और 45 प्रतिभागियों ने भाग लिया। बताया किउचित सीकेडी उपचार के साथ स्वस्थ जीवन शैली का पालन करने से एंड स्टेज रीनल डिजीज (ईएसआरडी) की घटनाओं और डायलिसिस या रीनल प्रत्यारोपण की आवश्यकता को कम करने की क्षमता है। दुसरी तरफ पूर्व रलवे के मुख्य जन पदाधिकारी कौशिक मित्रा ने बताया कि श्रीमती जया वर्मा सिन्हा, अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड, भारतीय रेलवे द्वारा एक घंटे के भीतर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपलोड की गई पुलों की सबसे अधिक तस्वीरों के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का प्रमाणन प्राप्त कर रही हैं।


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