जगरनाथ महतो: डुमरी उपचुनाव में इन 4 नाम पर सियासत गर्म, बेटा नहीं तो कौन, जानेंअखिलेश महतो। अशोदा देवी सुरेन्द्र कुमार जयलाल महतो नावाडीह (बेरमो) : राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के असमय निधन के बाद डुमरी विधानसभा सीट खाली हो गया है । निकट भविष्य में उपचुनाव भी होना तय है । इसको ले डुमरी विधानसभा में राजनैतिक सियासत गर्म हो गया है । विधायक का सपना पाले कई नेताओं उपचुनाव में भाग्य अजमाने को विभिन्न पार्टी के वरीय नेताओं से लॉबी करने में जुट गए है, तो कई जनसंपर्क कर जनता की नब्ज टटोलने का प्रयास करने लगे है । हालांकि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की विरासत कौन संभालेगा, शिक्षा मंत्री के पुत्र अखिलेश कुमार महतो उर्फ राजू या उनकी पत्नी बेबी देवी । फिलहाल इस पर अब तक कोई स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाने से बाजार में चर्चाओं का बाजार गर्म है । चार बार से विधायक बनते आ रहे है जगरनाथ महतो वर्ष 2004 में तत्कालीन ऊर्जा मंत्री लालचंद महतो को पराजित कर डुमरी विधानसभा के झामुमो से विधायक बने । इसके बाद वर्ष 2009, 2014 व 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में वह निरंतर चार बार विधायक चुने गए । डुमरी विधानसभा से जगरनाथ महतो पहला विधायक रहे जो दोबारा नहीं बल्कि अपनी लोकप्रियता व जनता के हर सुख दुःख में सशरीर हाजिर रहने कारण चार बार विधायक चुने गए । इस दौरान कई नेताओं ने जगरनाथ महतो को विधानसभा चुनाव में शिरक्कत देना चाहा, किन्तु विपक्षी हर बार औंधे मुंह गिरे ।
ज्ञात हो कि 2019 विधानसभा चुनाव में आजसू प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे । जबकि आजसू व भाजपा में तालमेल नहीं बनने पर आजसू ने यशोदा देवी और भाजपा ने प्रदीप साहू पर दांव खेला । किन्तु चुनाव परिणाम में जगरनाथ महतो को 71,128 मत, यशोदा देवी को 36,840, प्रदीप साहू को 36,013 तथा अब्दुल मोबिन रिजवी को 24,132 मत मिला था । जबकि वर्ष 2004 में जगरनाथ महतो ने लालचंद महतो को 18,010 मत, वर्ष 2009 में दामोदर महतो को 13,668 मत, वर्ष 2014 में लालचंद महतो को 32,481 मत तथा वर्ष 2019 में यशोदा देवी को 34,288 मत के अंतर से पराजित किया था ।उपचुनाव में कई ने पाल रखा विधायक बनने का सपना : शिक्षा मंत्री के असमय निधन के बाद उनके पुत्र या पत्नी चुनाव में उतर सकती है ।
जगरनाथ महतो के लोकप्रियता, किए गए विकास कार्यों व उनके असमय निधन के वजह से सहानुभूति मत से विरासत संभालने की संभावना जताई जा रही है कि इस बार भी डुमरी में किसी अन्य का दाल नहीं गलने वाला । वैसे इसके अलावा बोकारो मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष सह गुंजरडीह मुखिया जयलाल महतो उर्फ जैली एवं भाजपा नेता व आरएसएस स्वयंसेवक सुरेन्द्र कुमार, प्रदीप साहू भाजपा से, यशोदा देवी, टिकैत कुमार महतो, छक्कन महतो, बैजनाथ महतो आजसू से टिकट के ले लॉबी चला रहे है । बड़े नेताओं से सभी संपर्क कर रहे है । किन्तु चर्चा अनुसार यदि भाजपा और आजसू गठबंधन के तहत चुनाव लड़ती है तो यह सीट भाजपा को मिलने की ज्यादा संभावना है । भाजपा किसे बना सकती है उम्मीदवार : अब तक के प्रत्याशी का जो चेहरा सामने आया है, उसमें प्रदीप साहू बीते 2019 के चुनाव में तीसरे स्थान पर थे । लंबे समय के बाद डुमरी विधानसभा में भाजपा अपना जीत सुनिश्चित करने को काफी मंथन कर रही है । डुमरी विधानसभा कुरमी बहुल्य क्षेत्र है । ऐसे में मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष जयलाल महतो उर्फ जैली फीट बैठ रहा है ।
वहीं काम, सरल स्वभाव व हिन्दु कार्ड खेल कर सुरेन्द्र कुमार भाजपा कोटे से चुनाव लड़ना चाहते है । इनका आजसू पार्टी के अलावा युवाओं से भी मधुर संबंध है । सुरेन्द्र कुमार की पत्नी सुनीता कुमारी गिरीडीह जिप अध्यक्ष सह झामुमो नेता राकेश महतो को पराजित कर डुमरी से जिप सदस्य बनी है । दोनों पति पत्नी जनहित से जुड़े मुद्दों पर काफी गंभीर रहने कारण सभी वर्ग में खास पकड़ बनाए हुए है


0 Comments