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प्रमंडलीय आयुक्तने बढ़ते डेंगू मामलों को लेकर की समीक्षा बैठक। सिविल सर्जनों से रोकथाम व मरीजों के समुचित इलाज केदिये दिशा निर्देश,,

प्रमंडलीय आयुक्तने  बढ़ते डेंगू 
मामलों को लेकर की समीक्षा बैठक।                             सिविल सर्जनों से रोकथाम व मरीजों के समुचित इलाज केदिये दिशा निर्देश,,

सज्जन कुमार गर्ग 
मुंगेर, प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार सिंह ने आज बढ़ते डेंगू के मामलों को लेकर स्वास्थ विभाग की प्रमंडल स्तरीय बैठक की। बैठक में प्रमंडल के विभिन्न जिलों में बढ़ते डेंगू के मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए इस ओर किए जाने वाले कार्रवाई पर बिंदुवार चर्चा हुई। वहीं मुंगेर तथा बेगूसराय में सबसे अधिक मामलों को लेकर वहां के सिविल सर्जन को इस ओर अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कर डंगू के रोकथाम तथा मरीजों के समुचित इलाज के निर्देश दिये। इस मौके पर विशेष कार्य पदाधिकारी, क्षेत्रीय उप निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, सभी जिलों के सिविल सर्जन, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक, सभी जिला कार्यक्रम प्रबंधक सहित अन्य उपस्थित थे।
आयुक्त ने कहा कि वर्तमान परिवेश में डेंगू अत्यंत गंभीर समस्या का रूप ले चुका है। इसको लेकर सभी सिविल सर्जन के साथ पूर्व में भी बैठक कर डेंगू के रोकथाम एवं बचाव के लिए समुचित कार्रवाई एवं तैयारी का निर्देश दिया गया था। आज की बैठक में समीक्षा के क्रम में वर्तमान में प्रमंडल का मुंगेर जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां अभी कुल 447 डेंगू पीड़ित मरीज हैं, जबकि बेगूसराय में 359, जमुई में 209, खगड़िया में 50, लखीसराय में 39 तथा शेखपुरा में 22 सक्रिय मरीज की संख्या है।उन्होंने कहा कि विभिन्न जिलों के हाॅट स्पाॅट अर्थात वैसे जगह जहां मरीजों की संख्या ज्यादा पायी जा रही है, लोग ज्यादा आक्रांत हैं वहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से गंभीरता से कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।उन हाॅट स्पाॅट को चिन्हित कर वहां डेंगू के रोकथाम के लिए समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। उन स्थलों पर जहां पानी का जमाव हो रहा हो अथवा घरों के आसपास नालों या जमे हुए पानी में एंटी लार्वा के छिड़काव के साथ साथ समुचित फागिंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।उन्होंने आमजनों से अपील करते हुए कहा कि वे डेंगू से ज्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है, बुखार या अन्य परेशानी होने पर तुरंत नजदीकी सदर अस्पताल अथवा स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर चिकित्सीय परामर्श के बाद डेंगू का टेस्ट कराएं और पाॅजिटिव आने पर किसी निजी नर्सिंग होम में न जाकर सदर अस्पताल में ही मरीज को भर्ती कराएं। सदर अस्पताल सहित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों के इलाज की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में प्लेटिलेट्स की भी व्यवस्था है। गंभीर मरीजों जिनका प्लेटिलेट्स बीस हजार या उसके नीचे है तो तत्काल उन्हें प्लेटिलेट्स उपलब्ध कराया जा रहा है।उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल मुंगेर में विभिन्न रक्त समूहों के प्लेटिलेट्स उपलब्ध हैं जिसे जरूरतमंद मरीजों को उपलब्ध कराने के साथ ही प्रमंडल के अन्य जिलों में भी मांग के अनुसार उपलब्ध कराया जा रहा है। 
आयुक्त ने डेंगू को लेकर लोगों को स्वयं भी जागरूक होने की अपील की। उन्होंने कहा कि डेंगू पीड़ित मरीज डाब का भी अत्यधिक सेवन कर रहे हैं और उसके वेस्टेज को घर के बाहर फेंक दे रहे हैं, जो सही नहीं है। बेगूसराय के कुछ जगहों पर डाब के वेस्टेज में भी डेंगू मच्छर का लार्वा पाया गया, जिसके बाद बेगूसराय सहित सभी जिलों में नगर निगम अथवा नगर परिषद के माध्यम से समुचित सफाई की व्यवस्था कर उस वेस्टेज को तत्काल निष्क्रिय करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने सभी सिविल सर्जन को डेंगू के मद्देनजर काॅल सेंटर के माध्यम से सक्रिय मरीजों की सूची तैयार कर उनसे संपर्क करेंतथा उनके सेहतकी जानकारी लें, साथ ही यदि उन मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो तो तत्कार उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराएं। उन्होंने आरबीएसके की टीम द्वारा हाॅट स्पाॅट में लगातार फाॅगिंग एवं एंटी लार्वा के छिड़काव का भी निर्देश दिया। बेगूसराय जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया कि बेगूसराय में जिन क्षेत्रों में अत्यधिक मरीजों की संख्या पायी गयी है वहां आरबीएसके की टीम के माध्यम से लगातार फाॅगिंग एवं एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है, वहीं विभिन्न विद्यालयों के बच्चों को भी डेंगू से बचाव एवं रोकथाम के लिए भी जागरूकता कार्यक्रम चलायी जा रही है। आयुक्त ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों के माध्यम से जागरूकता फैलाना निश्चित तौर पर अच्छी पहल है, अन्य जिला भी जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से विद्यालयों में बच्चों के बीच जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया। इसके अलावे काॅल सेंटर के नंबर को जन प्रतिनिधियों सहित पंपलेट के माध्यम से अधिक से अधिक प्रसारित करें, ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या होने पर सीधे उस नंबर पर संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकें। 
मुंगेर के हाॅट स्पाॅट एरिया में शादीपुर, लल्लू पोखर तथा पूरबसराय क्षेत्र में सबसे ज्यादा सक्रिय डेंगू मरीजों की शिनाख्त हुई है। आयुक्त ने इन क्षेत्रों में लगातार फाॅगिंग एवं एंटी लार्वा के छिड़काव के साथ मरीजों के समुचित इलाज हेतु टीम का गठन कर घर घर जाकर जांच करने का निर्देश दिया। साथ ही आने वाले दशहरा पर्व के दौरान बनने वाले विभिन्न पूजा पंडालों की भी सूची संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी से लेकर उन पूजा पंडालों में पूजा प्रारंभ होने से लगातार फाॅगिंग, एंटी लार्वा के छिड़काव सहित सफाई का निर्देश दिया। उन्होंने सभी सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि मरीजों के इलाज मंे किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो।जांच किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखें तथा प्रत्येक दिन के पाॅजिटिव तथा इलाजोपरांत स्वस्थ मरीजों की सूची का अद्यतन प्रतिवेदन उपलब्ध कराते रहें। साथ ही प्राॅपर फाॅगिंग की रिपोर्ट भी उपलब्ध कराने का निर्देश सभी सिविल सर्जन को दिया। आयुक्त ने कहा कि छहअक्टूबर के रिर्पोट के मुताबिक सक्रिय मरीजों की संख्या में कमी आनी शुरू हुई है और अब संख्या घट रही है। बेगूसराय में 14, मुंगेर में 11, जमुई में 5, खगड़िया तथा लखीसराय में 2 तथा शेखपुरा में शुन्य सक्रिय मरीज पाए गए हैं। किसी भी जिले में अब तक किसी भी मरीज के डेंगू से मौत की सूचना नहीं है। 
बताया गया कि हाॅट स्पाॅट एरिया के घर-घर जाकर जांच के क्रम में पाया गया कि वहां के लोग पेयजल की किल्लत के कारण विभिन्न बरतनों में अधिक से अधिक पानी का जमाव कर रखें हैं, जिसके कारण डेंगू मच्छर के लार्वा को पनपने का मौका मिल जा रहा है। आयुक्त ने कहा कि ऐसे क्षेत्रों में नगर निगम को तत्काल पेयजल की व्यवस्था का निर्देश दिया गया है। साथ ही जेएमसी तथा बूडको के माध्यम से शीघ्र ही पेयजलापूर्ति करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने सभी सिविल सर्जन को डेंगू के बचाव एवं उसके रोकथाम के लिए अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करने का भी निर्देश दिया।

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